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bhajapa ki sthiti

का कहे भैया हमारे समझ में न आवत है की कहा से सुरु करे ,
तो चलिए भैया सुरु ही कर देते है .का कहे भैया अपनी भाजपा
की भी वही स्थिति जो केंद्रसरकार की है वो भी चीरों को सरन
 देती है और भाजपा भी यही कर रही है ,जो चोरो को लुटेरो
को सरन दे रही है .
पूर्व परिवार कल्याण मंत्री उत्तेर प्रदेश सर्कार बाबु सिंह कुशवाहा
जी का केस ले लीजिये ,इनको भाजपा में सामिल किया       गया
है .ये कुशवाहा जी पर  ५.४६ करोण  रुपये के घोटाले का आरोप है
और कितने मामले यानि घोटाले में इनका हाथ होने की संभावना
सीबीआई द्वारा जताया जा रहा है
            कब sudharega desh

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गायत्री मन्त्र का अर्थ ॐ भूर्भुवः स्वः " तत् सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात् " । =========================================== जप के पूर्ण फल को या इष्ट की असीम कृपा का भाजन बनने के लिए और जप के समय मन को अनेक कल्पनाओं से विरत करने का साधन मन्त्रार्थ चिन्तन है । इस परम शक्तिशाली गायत्री मन्त्र का अर्थ मैने अनेक लोगों के दूवारा लिखा देखा है । और उन पर व्यंगबाणों की बौछार भी । जो आप सब मनीषी इससे पूर्व पोस्ट में देख चुके हैं । इस मन्त्र का " तत् " और "यो " तथा " भर्गो " शब्द विद्वत्कल्पों की जिज्ञासा के विषय बने रहे । आलोचकों का मुहतोड़ उत्तर दिया जा चुका है । उससे जिज्ञासुओं की जिज्ञासा का शमन भी हुआ होगा । पर कुछ अनभिज्ञों ने तो "भर्गो " की जगह " भर्गं " करने का दुस्साहस भी किया ; क्योंकि " भर्गं " उन्हे द्वितीया विभक्ति का रूप लगा और " भर्गो " प्रथमान्त पद । पहले हम भर्ग शब्द पर चर्चा करते हैं --- भर्ग शब्द हमारे सामने हिन्दी रूप में उपस्थित होता है और जब उसका संस्कृत रूप में...

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